जज बनकर लौटे सौरभ का जमकर हुआ स्वागत
बलिया। शहर के भृगुआश्रम स्थित दालपट्टी निवासी स्व. सतीश कुमार श्रीवास्तव एडवोकेट के द्वितीय पुत्र सौरभ कुमार श्रीवास्तव के सिविल जज (जूनियर डिवीजन) के पद पर चयनित होने के बाद पहली बार गृह जनपद आने पर रविवार को जनपद के लोगों ने नागरिक अभिनंदन किया।
दाल पट्टी मुहल्ले में आयोजित स्वागत समारोह में वक्ताओं ने कहा कि सौरभ से आज के युवाओं को सीख लेनी चाहिए। सपा नेता पूर्व विधायक सनातन पांडे ने बताया कि सौरभ कि प्रारंभिक शिक्षा नागा जी विद्या मंदिर (माल्देपुर) से हुई। बी.काम और एम.काम पूना विश्वविद्यालय और एलएलबी की पढ़ाई चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (मेरठ) से की। सौरभ पहले एयरफोर्स में कार्यरत थे। वहां से रिटायर्ड होने के बाद दिल्ली हाईकोर्ट में अधिवक्ता के रूप में प्रेक्टिस कर रहे थे। इसके साथ ही पीसीएस (जे) के लिए कड़ी मेहनत की और अपने लक्ष्य को प्राप्त किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में सौरभ हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के पद तक जाएंगे।
सौरभ ने अपनी सफलता की चर्चा करते हुए कहा कि यह कठिन मेहनत का परिणाम है। युवाओं से अपील की कि वे अपना लक्ष्य निर्धारित करके उसे प्राप्त करने के लिए जी-जान से लग जाए तो सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने सफलता में अपने मामा उदयप्रकाश श्रीवास्तव एडवोकेट, जो इलाहाबाद हाईकोर्ट में उत्तर प्रदेश सरकार के अपर शासकीय अधिवक्ता है, से काफी मार्गदर्शन मिलने की बात कही।
अभिनंदन समारोह में बड़े भाई सहायक प्रोफेसर मनीष श्रीवास्तव के अलावा अनिल राय, सतीश मेहता, नवनीत श्रीवास्तव एडवोकेट, सुशील कुमार श्रीवास्तव एडवोकेट, नन्हे चौबे, रामनारायण यादव, रजनीकांत श्रीवास्तव एडवोकेट, श्याम नारायण यादव, वीरेंद्र सिंह, सुनील श्रीवास्तव, अनिल श्रीवास्तव, विनायक पंडित, विजय शंकर गुप्ता, बेनी माधव, उमाकांत आदि थे। अध्यक्षता बलराम जी गुप्त एडवोकेट और संचालन निषिध श्रीवास्तव निशु ने किया। इसके पहले सौरभ ने बालेश्वर मंदिर, भृगु मंदिर, दुर्गा मंदिर समेत अन्य देवी देवताओं का मंदिरों में जाकर माथा टेका।