बलिया के लोगों को मिलेगा रोजगार के ढेर सारे अवसर, बेटी की शादी को मिलेंगे 51 हजार

बलिया के लोगों को मिलेगा रोजगार के ढेर सारे अवसर, बेटी की शादी को मिलेंगे 51 हजार

बलिया के लोगों को मिलेगा रोजगार के ढेर सारे अवसर, बेटी की शादी को मिलेंगे 51 हजार

बलिया के लोगों को मिलेगा रोजगार के ढेर सारे अवसर, बेटी की शादी को मिलेंगे 51 हजार

बलिया। बेटियों के सम्मान में अगर किसी ने सेंध लगाई तो उनकी दुर्गति तय है। उनको यमराज भी नहीं बचा पाएंगे। 
बलिया के लोगों को रोजगार के ढेर सारे अवसर मिलेंगे।
बांसडीह क्षेत्र के पिंडहरा गांव में नारी शक्ति वंदन महासम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 129 करोड़ की 35 परियोजनाओं का लोकार्पण शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को चाभी वितरण करने के साथ आजीविका मिशन, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र प्रदान किया।
उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन प्रदेश सरकार का लक्ष्य है। नारी शक्ति वंदन अधिनियम के पारित होने के बाद बलिया के इस महासम्मेलन में आने का सौभाग्य मिला है। बलिया हमेशा चुनौतियों से जूझते हुए अपना अलग मार्ग बनाता है और देश उसका अनुसरण करता है। चाहे 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में मंगल पांडे की बहादुरी हो, आजादी के बाद लोकतंत्र को बचाने के लिए जयप्रकाश नारायण का आंदोलन हो या पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर जी की कुशल राजनीतिक यात्रा, इन सबकी प्रेरणा बलिया को नई पहचान दिलाती है।
उन्होंने कहा कि परिसीमन के बाद जब एक तिहाई सीटों पर महिला आरक्षण होगा तो बलिया में केतकी सिंह के साथ-साथ अन्य महिलाओं को भी विधायिका में जाने का सौभाग्य मिलेगा। यह नया भारत है, जहां सुरक्षा, स्वाभिमान, स्वावलम्बन, सम्मान और बिना भेदभाव के हर समाज के लोगों को योजनाओं का लाभ मिल रहा है। मुख्यमंत्री  ने कहा कि दीवाली पर एक सिलेंडर फ्री में देने का निर्णय हमारी सरकार ने किया है। हर गरीब को पक्का आवास मिल रहा है। स्ट्रीट वेंडर को ऋण योजनाओं के जरिए आर्थिक रूप से मजबूत किया जा रहा है। कन्या सुमंगला योजनान्तर्गत बालिकाओं को दी जाने वाली धनराशि 15 हजार से बढ़ाकर अब 25 हजार रुपए कर दी जाएगी। मुख्यमंत्री विवाह योजनान्तर्गत आर्थिक रूप से कमजोर गरीब की बेटी की शादी के समय 51 हजार दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने जनपदवासियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि जल्द ही बलिया में मेडिकल कालेज के शिलान्यास के लिए आऊंगा। पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर जी के नाम पर चल रहे विश्वविद्यालय में नए भवन का निर्माण हो रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को लिंक रोड से बलिया को जोड़ा जा रहा है। इससे लखनऊ सहित देश की राजधानी से बलिया जुड़ जाएगा, जिससे बलिया विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर होगा।
उन्होंने कहा कि अन्तर्देशीय जलमार्ग का गठन होगा। सरयू व गंगा नदी में बड़ी-बड़ी स्टीमर चलेगी, जिससे आसानी से यहां के प्रोडक्ट को देश के अन्य हिस्सों में भेजा जा सकेगा। इससे रोजगार के ढेर सारे अवसर यहां के लोगों को मिलेगा। सबसे बड़ी बात कि बलिया ऐसा पहला जनपद होगा, जिसके दोनों तरफ जलमार्ग उपलब्ध होगा। नदी के किनारे आर्गेनिक खेती की अपार संभावनाएं हैं। बलिया को विकास की दौड़ में पिछड़ने नहीं देंगे। दोनो तरफ से नदियों के होने का भी लाभ भी बलिया को मिलेगा। 

हम सबकी पहली गुरु होती हैं मातृशक्तिः दयाशंकर

परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि संसद में महिलाओं को भेज उन्हें सशक्त करने की दिशा में मोदी सरकार लगातार काम कर रही है।  मां के रूप के नारीशक्ति ही हम सबकी पहली गुरु होती है। इनका जितना सम्मान हो, कम ही होगा।
राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा कि सरकार का मातृशक्ति को मजबूत बनाने पर विशेष जोर है, और यह उम्मीद भी है कि यह मातृशक्ति राष्ट्र निर्माण के लिए पूरी ईमानदारी से काम करेगी।
सांसद रविन्द्र कुशवाहा ने कहा कि नई संसद भवन में पहला बिल महिला आरक्षण बिल ही पास हुआ। गावों में तो महिला आरक्षण था, पर लोकसभा में नहीं था। मोदी सरकार ने महिलाओं को लोकसभा में भी आरक्षण देकर महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में ऐतिहासिक काम किया। 
महासम्मेलन में सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त, सांसद सलेमपुर रविन्दर कुशवाहा, राज्यसभा सांसद नीरज शेखर व सकलदीप राजभर, भाजपा जिलाध्यक्ष संजय यादव सहित अन्य अतिथि मौजूद थे।

भक्त और भगवान के मिलन जैसी हो रही खुशीः केतकी

स्वागत भाषण में विधायक केतकी सिंह ने कहा कि आज ऐसा लगता है जैसे भक्त और भगवान का मिलन हो गया है। सबरी की कुटिया में जब भगवान श्रीराम पधारे थे और जो खुशी सबरी को हुई थी, उससे भी अधिक खुशी आज मुझे हो रही है। कहा कि आज योगी सरकार की देन है कि बेटी बहन सुरक्षित है। मनचलों की हिम्मत नहीं है कि किसी की ओर बुरी नजर से भी देख सकें। सरकार ने हर एक महिलाओं के घर शौचालय देने का काम किया। महिलाओं के लिए तमाम योजनाएं संचालित हैं, जिससे आज महिलाएं सशक्त हो रही हैं।